18 राज्यों के 19 केंद्रों की सूची में रिम्स भी शामिल जहां हो रहा स्वदेशी डेंगू वैक्सीन डेंगीऑल के थर्ड फेज का ट्रायल


खबर झारखंड, रांची : पिछले दो दशकाें से डेंगू की वैश्विक संख्या लगातार बढ़ रही है। डब्लूएचओ के अनुसार, 2023 तक 129 से ज्यादा देशों में डेंगू की पुष्टि हुई है। भारत डेंगू के सबसे अधिक मामलों वाले शीर्ष 30 देशों में से एक है। ऐसे में केंद्र सरकार डेंगू की स्वदेशी वैक्सीन पर काम कर रही है। आईसीएमआर और पैनेशिया बायोटेक कंपनी पिछले कुछ सालों से डेंगू वैक्सीन डेंगीऑल के क्लीनिकल ट्रायल पर लगी है। देश के टॉप इंस्टीट्यूशन व हॉस्पिटल में पहले व दूसरे चरण के सफल ट्रायल के बाद 15 दिन पहले से तीसरे चरण का ट्रायल शुरू किया है। इसमें 18 राज्यों के 19 सेंटर्स की सूची में रांची का रिम्स भी शामिल है। यह अध्ययन 12 सितंबर को रिम्स में शुरू किया गया है। परीक्षण में टीकाकरण करने वाले प्रतिभागियों का दो साल का फॉलोअप प्रस्तावित किया गया है। 

इस परीक्षण को मुख्य रूप से आईसीएमआर और आंशिक रूप से पैनेशिया बायोटेक द्वारा वित्त सहायता प्राप्त है। बताते चले कि डेंगू वायरस के चार सीरोटाइप होते हैं, 1-4 जिनमें एक-दूसरे के खिलाफ कम क्रॉस-प्रोटेक्शन होता है, यानी एक सीरोटाइप से संक्रमित व्यक्ति शेष सीरोटाइप से प्रतिरक्षित नहीं होता है और उसे बार-बार संक्रमण हो सकता है। भारत में डेंगू के खिलाफ कोई एंटीवायरल या लाइसेंस प्राप्त टीका नहीं है और यहां चारों सेरोटाइप पाए जाते हैं।

तीसरे चरण में 10335 स्वस्थ व्यस्कों में होगा परीक्षण
एनआईएच-अमेरिका द्वारा एक टेट्रावेलेंट डेंगू वैक्सीन स्ट्रेन (टीवी003/टीवी005) विकसित किया गया था और दुनिया भर में प्री-क्लिनिकल और क्लिनिकल परीक्षणों में बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया। सभी चार सीरोटाइप के लिए परिणाम आशाजनक रहे। इधर, पैनेसिया ने अपना खुद का एक पूर्ण टीका तैयार करने के लिए काम किया है और इसके लिए कंपनी के पास पेटेंट भी है। भारतीय वैक्सीन फॉर्मूलेशन के साथ चरण 1 और 2 क्लिनिकल परीक्षण पहले 2018-19 में पूरा किया गया था। परीक्षण के आशाजनक परिणामों के आधार पर, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने भारत के 18 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में फैले 19 स्थानों पर 10,335 से अधिक स्वस्थ वयस्कों पर चरण 3 में परीक्षण करने के लिए पैनेशिया बायोटेक के साथ साझेदारी की है।

इस साल अबतक राज्य में मिले हैं डेंगू के 629 पुष्ट मामले
सरकारी आंकड़ों केे अनुसार, डेंगू के मामले बीते एक माह में तेजी से बढ़े हैं। इस साल अबतक राज्य में 629 पुष्ट मामलों की पहचान हो चुकी है। इनमें से 80% के करीब इलाज कराकर स्वस्थ हो चुके। जबकि शेष 20% राज्य के विभिन्न जिलों के अस्पतालों में इलाजरत हैं। रिम्स में 17 संक्रमित का इलाज आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है। जबकि सदर अस्पताल में 6 रोगी इलाजरत हैं।

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